अज्ञात वाहन के चपेट में आने से अरबी उर्दू पढ़ाने वाले हाफिज की मौत

By: Shakir Ansari
Sep 25, 2025
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दुलहीपुर। मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के महादेवपुर गांव में अल सुबह 6 बजे साइकिल से पड़ोस के गांव में अरबी और उर्दू ट्यूशन पढ़ाने जा रहे एक हाफिज को अज्ञात वाहन ने पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर लगने से हाफिज साबिर अहमद उम्र लगभग 35 वर्ष की मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे के बाद वाहन चालक मय वाहन लेकर मौके से फरार हो गया। सूचना पाकर पुलिस और मृतक के परिजन मौके पर पहुंच गए। जो रोने चिल्लाने लगे। हर रोज की तरह सुबह घर से पड़ोस के गांव पथरा में अरबी और उर्दू पढ़ाने के लिए घर से निकले थे। उन्हें क्या पता था कि जैसे ही सेंट मेरी स्कूल के पास पहुंचेंगे उसकी मौत हो जायेगी। ग्रामीणों ने बताया कि हाफिज बहुत अच्छे व्यक्ति थे। साइकिल से हर रोज की तरह आज भी बच्चों को तालीम देने के लिए साइकिल से जा रहे थे तभी अज्ञात वाहन से उन्हें दबा दिया और उनकी मौके पर ही  मौत हो गई। हाफिज की मौत की जानकारी सुनकर महादेवपुर गांव में सन्नाटा छा गया। और सभी ग्रामीण सन रह गए। मृतक के भाई रजाक की तहरीर पर पुलिस ने चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। हादसे के बाद से परिवार में कोहराम मच गया। 

     मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के महादेवपुर गांव निवासी साबिर अहमद (35 वर्ष) घर घर जाकर अरबी और उर्दू पढ़ाने का कार्य करते थे। रोज की तरह साबिर  साइकिल से गुरुवार की सुबह पड़ोस के गांव पथरा मे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने जाते समय हिलौनी गांव के जीओ टावर व सेंट मेरी स्कूल के समीप पीछे से आ रही तेज रफ्तार वाहन ने अनियंत्रित होकर साइकिल सवार हाफिज को पीछे से रौंद दिया।  वाहन के रौंदने से हाफिज की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद लोगों की भीड़ लग गई। भीड़ को देख चालक मय वाहन को लेकर मौके से फरार हो गया। हादसे की जानकारी मिलने पर पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा और घटना के बारे में जानकारी ली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पति के मौत कि खबर सुनते ही  पत्नी शबीना बानो का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। उसे अपने साथ अपने चार बच्चों फरिया बानों, शाहिद अहमद, रोजी बानो, बाबू की परवरिश की चिंता सताने लगी। परिजनों बताया कि मृतक की पत्नी गर्भवती है जो इसी महीने में फिर मां बनने वाली है। कोतवाल गगन राज सिंह ने बताया कि हादसे में हाफिज ट्यूशन पढ़ाने वाले अध्यापक की मौत हो गई है। परिजनों के तहरीर पर अज्ञात वाहन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। 


ग्रामीणों ने बताया कि इसी माह मे उसकी पत्नी की डिलेवरी होने वाली है और उसका पति इस दुनिया में नहीं है वो आने वाले बच्चे का दीदार भी नहीं कर पाया। 

कोतवाली क्षेत्र के महादेवपुर गांव निवासी सलीम अहमद अपने बेटे साबिर अहमद कि शादी निकाह 2009 मे विहार कैमूर जिले के दुर्गावती मे मंसूर आलम के दूसरी बेटी शबीना बानों से कराया था। साबिर अहमद घर घर जाकर अरबी उर्दू ट्यूशन पढ़ाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। 2012 मे पहली बेटी फरिया बानो के बाद तीन और बच्चे हुए। सितंबर माह के लास्ट में मृतक की पत्नी की पांचवें बच्चे की डीलेवरी होना था। वह इस बच्चे के लिए बहुत सारे सपने देख रखा था। लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था।  वह आनेवाले मेहमान का दीदार भी नहीं कर पाया। फिलहाल परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। अब इस गरीब का कैसे गुजरा होगा।


Shakir Ansari

Reporter - Khabre Aaj Bhi

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