हाथरस काण्ड में सवर्ण परिषद द्वारा आरोपियों का पक्ष लेना भरत को लज्जित कर रहा है - जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़( जे )

By: Khabre Aaj Bhi
Oct 06, 2020
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by : जावेद बिन अली

छत्तीसगढ़ रायपुर। लगता है भारत की मनुस्मृति लाने की पूरी तैयारी हो चुकी है यही वजह है कुछ समुदाय द्वारा शुद्ध समुदाय के साथ जो घटनाएं घट रही हैं और उसके समर्थन में कुछ लोग आगे बढ़कर उस की हिमायत कर रहे हैं lगलत को गलत बोलने का जो अधिकार था वह भारत से समाप्त हो गया है अब तो भारती मीडिया सरकार की गलत नीतियों के कारण जनता में बेचैनी जो हैl उसका ध्यान भटकाने के लिए तरह-तरह की अपने मन से मुद्दा पेश करके बहंस कराती है l

आज जब मैंने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मीडिया प्रमुख, मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व उपमहापौर तथा वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने अपने विशेष भेंटवार्ता में कहा कि उत्तरप्रदेश के हाथरस में निरीह दलित बालिका के साथ किया गया बलात्कार हत्याकांड ने दरिंदगी की सभी सीमाऐं पार करते हुए इन्सानियत को शर्मसार कर दिया है जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है। हाथरस कांड की निंदा के लिए सभी निंदनीय शब्द बौने हो गए हैं। इस हत्याकांड सहित हाल ही में हुए बलरामपुर गैंगरेप हत्याकांड ने उत्तरप्रदेश को जघन्य अपराध का गढ़ बना दिया है। शासन-प्रशासन सहित पुलिस की संदिग्ध भूमिका पर सवालिया निशान लग चुके हैं। इनमें से खुदा न करे किसी भी बालिका के साथ यह घटना घटी होती तो पूरे देश में जनता चर्चित निर्भया कांड की तरह का अकल्पनीय प्रदर्शन कर चुकी होती। 

रिजवी ने राष्ट्रीय सवर्ण परिषद द्वारा हाथरस कांड के आरोपित दबंगों का पक्ष लेकर पुलिस अधीक्षक आफिस में जाना अमानवीय है। सवर्ण परिषद को यह शोभा नहीं देता हैl पूरे भारत को लज्जित कर रहा हैl परिषद को चाहिए था कि इस प्रकार के निंदनीय अमानवीय अपराधिक कृत्य को एक ही चश्में से देखे। परिषद ने इस काण्ड में जल्दबाजी करके पुलिस पर दबाव बनाने का प्रयास किया है जो अनुचित एवं असामयिक है तथा सवर्ण परिषद के इस पक्षपातीय प्रयास ने यह सिद्ध कर दिया है कि घुटना पेट की तरफ ही मुड़ता है चाहे अपराधी पर कितना ही संगीन आरोप क्यों न हो ? आरोपियों का पक्ष लेना देश के सवर्णो को भी बुरा लगा है। इस मामले में अदालत का फैसला आने पर ही दूध का दूध एवं पानी का पानी स्पष्ट हो जाएगा, तब तक सभी को इंतजार करना चाहिए।


Khabre Aaj Bhi

Reporter - Khabre Aaj Bhi

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